Paper 6 hi -CURRICULAR STRATEGIES AND ADAPTATIONS FOR CHILDREN WITH HEARING IMPAIRMENT important questions

 Paper 6-CURRICULAR STRATEGIES AND ADAPTATIONS FOR CHILDREN WITH HEARING IMPAIRMENT

लघु उत्तरीय प्रश्न -


1. पाठ्यचर्या किसे कहते हैं?


2. पाठ्यचर्या के दो मुख्य प्रकार कौन से हैं?


3. स्किल-बेस्ड करिकुलम का एक उदाहरण दीजिए।


4. पाठ्यचर्या निर्माण की पहली अवस्था कौन सी होती है?


5. शैक्षणिक रणनीति का क्या तात्पर्य है?


6. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए पाठ्यचर्या में क्या विशेष आवश्यकताएँ होती हैं?


7. 'Need Based Curriculum' का अर्थ स्पष्ट करें।


8. पाठ्यचर्या निर्माण के कितने चरण होते हैं?


9. शिक्षण और अधिगम में अंतर बताइए।


10. श्रवण बाधित बच्चों के लिए करिकुलर योजना बनाते समय किस बात का ध्यान रखना चाहिए?


11. पाठ्यचर्या अनुकूलन क्या है?


12. पाठ्यचर्या अनुकूलन के दो सिद्धांत बताइए।


13. मोंटेसरी पद्धति की एक विशेषता बताइए।


14. किंडरगार्टन पद्धति का उद्देश्य क्या होता है?


15. पूर्व-प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या अनुकूलन क्यों आवश्यक है?


16. प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या अनुकूलन का एक उदाहरण दीजिए।


17. 'शिक्षण रणनीति का अनुकूलन' का क्या अर्थ है?


18. बच्चों की आवश्यकता के अनुसार पाठ्यचर्या में किस प्रकार परिवर्तन किया जा सकता है?


19. अनुकूलन करते समय शिक्षकों को कौन-से पहलुओं का ध्यान रखना चाहिए?


20. श्रवण बाधित बच्चों की पाठ्य सामग्री में किस प्रकार बदलाव किया जाता है?


21. मूल्यांकन का अर्थ क्या है?


22. मूल्यांकन के कितने प्रकार होते हैं?


23. फॉर्मेटिव मूल्यांकन क्या है?


24. समेटक मूल्यांकन (Summative Evaluation) किसे कहते हैं?


25. भाषा आधारित मूल्यांकन का उद्देश्य क्या होता है?


26. ज्ञान आधारित मूल्यांकन का उदाहरण दीजिए।


27. मूल्यांकन को क्रियान्वित कैसे किया जाता है?


28. सह-पाठ्य गतिविधियाँ कौन-कौन सी हो सकती हैं?


29. इंद्रिय प्रशिक्षण (Sense Training) का उदाहरण दीजिए।


30. सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में नृत्य एवं संगीत का क्या महत्व है?


31. मातृभाषा (Motherese) का श्रवण बाधित बच्चों की शिक्षा में क्या योगदान है?


32. बहुभाषिक शिक्षा (Educational Bilingualism) क्या है?


33. शिक्षा के लिए भाषा का क्या महत्व है?


34. एनईपी 2020 के अनुसार भाषाओं की क्या भूमिका है?


35. शास्त्रीय भाषाएँ श्रवण बाधित बच्चों के लिए कैसे उपयोगी हो सकती हैं?


36. विदेशी भाषाओं के अध्ययन का क्या लाभ होता है?


37. सांकेतिक भाषा समावेशी शिक्षा में कैसे सहायक है?


38. संकेत भाषा की क्षमता विकास पर क्यों जोर देना चाहिए?


39. बहिरेपन की शिक्षा में भाषा सिखाने की कौन-कौन सी रणनीतियाँ अपनाई जाती हैं?


40. विषय शिक्षण में भाषा के अनुकूलन का महत्व बताइए।


41. विविधता (Diversity) का पाठ्यचर्या में क्या महत्व है?


42. UDL का पूर्ण रूप क्या है?


43. UDL आधारित पाठ्यचर्या की एक आवश्यकता बताइए।


44. पाठ्यचर्या में UDL के कौन-कौन से सिद्धांत होते हैं?


45. 'Multiple Means of Representation' का क्या तात्पर्य है?


46. 'Multiple Means of Engagement' किससे संबंधित है?


47. 'Multiple Means of Expression' का एक उदाहरण दीजिए।


48. UDL Framework के चार आयाम कौन से हैं?


49. 'Access, Build, Internalise and Goal' किससे संबंधित हैं?


50. UDL आधारित पाठ्य योजना बनाने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?


51. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए कौन-सी पाठ्यचर्या अधिक उपयुक्त है Need Based या Skill Based?


52. शिक्षक द्वारा तैयार मूल्यांकन पद्धति का क्या लाभ है?


53. पूर्व-प्राथमिक स्तर के बच्चों के लिए सबसे उपयुक्त शिक्षण विधि कौन-सी है?


54. भाषा के माध्यम से सीखने में कौन-कौन से अवरोध आ सकते हैं?


55. सह-पाठ्य गतिविधियाँ बच्चों के समग्र विकास में कैसे सहायक होती हैं?


56. संकेत भाषा और मौखिक भाषा में क्या अंतर है?


57. सांकेतिक भाषा का समावेशी कक्षा में क्या स्थान है?


58. श्रवण-बाधित बच्चों में भाषा विकास हेतु कौन-सी रणनीति प्रभावी है?


59. पाठ्यचर्या के मूल्यांकन में सहायक उपकरणों की क्या भूमिका है?


60. समावेशी शिक्षा के लिए पाठ्यचर्या अनुकूलन कितना आवश्यक है?


टिप्पणी करो -


1. पाठ्यचर्या की परिभाषा और इसके सिद्धांतों पर टिप्पणी करें।


2. जरूरत आधारित पाठ्यचर्या और कौशल आधारित पाठ्यचर्या के बीच अंतर पर टिप्पणी करें।


3. पाठ्यचर्या की योजना बनाने के विभिन्न चरणों पर टिप्पणी करें।


4. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए पाठ्यचर्या की विशेष आवश्यकताओं पर टिप्पणी करें।


5. शिक्षण और अधिगम में पाठ्यचर्या रणनीतियों की भूमिका पर टिप्पणी करें।


6. पाठ्यचर्या अनुकूलन के सिद्धांतों पर टिप्पणी करें।


7. मोंटेसरी पद्धति को शिक्षा के दृष्टिकोण से समझाएं और इसके लाभ पर टिप्पणी करें।


8. किंडरगार्टन पद्धति में पाठ्यचर्या अनुकूलन पर टिप्पणी करें।


9. पूर्व-प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या अनुकूलन की आवश्यकता पर टिप्पणी करें।


10. प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या अनुकूलन के महत्व पर टिप्पणी करें।


11. मूल्यांकन के प्रकार (फॉर्मेटिव और समेटिव) पर टिप्पणी करें।


12. सह-पाठ्य गतिविधियों का शिक्षा में क्या महत्व है? इस पर टिप्पणी करें।


13. ज्ञान और भाषा पर आधारित मूल्यांकन की उपयोगिता पर टिप्पणी करें।


14. मूल्यांकन प्रक्रिया में शिक्षकों को किन पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए? इस पर टिप्पणी करें।


15. इंद्रिय प्रशिक्षण, शारीरिक शिक्षा, कला-क्राफ्ट, नृत्य एवं संगीत की योजना पर टिप्पणी करें।


16. मातृभाषा (Motherese) की भूमिका पर टिप्पणी करें और इसके प्रभाव पर विचार करें।


17. शास्त्रीय भाषाएँ और विदेशी भाषा सीखने की आवश्यकता पर टिप्पणी करें।


18. एनईपी 2020 के संदर्भ में भाषा की भूमिका पर टिप्पणी करें।


19. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए बहुभाषिक शिक्षा के लाभ पर टिप्पणी करें।


20. समावेशी शिक्षा में सांकेतिक भाषा (Sign Language) की भूमिका पर टिप्पणी करें।


21. विविधता (Diversity) की अवधारणा और पाठ्यचर्या में इसका महत्व पर टिप्पणी करें।


22. UDL पर आधारित पाठ्यचर्या की आवश्यकता पर टिप्पणी करें।


23. UDL के सिद्धांत (Multiple Means of Representation, Engagement, Expression) पर टिप्पणी करें।


24. UDL के चार आयामों (Access, Build, Internalise, Goal) पर टिप्पणी करें।


25. UDL के आधार पर पाठ्यचर्या की योजना बनाने के लाभ पर टिप्पणी करें।


दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न -


1. पाठ्यचर्या की परिभाषा, इसके सिद्धांतों और इसके उद्देश्यों पर विस्तृत रूप से चर्चा करें।


2. आवश्यकता आधारित पाठ्यचर्या और कौशल आधारित पाठ्यचर्या के बीच तुलना करें और बताएं कि प्रत्येक का श्रवण-बाधित बच्चों पर क्या प्रभाव होता है।


3. पाठ्यचर्या की योजना बनाने के विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से समझाएं।


4. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए पाठ्यचर्या में किस प्रकार की विशेषताओं का समावेश किया जाना चाहिए, इस पर विस्तृत विचार करें।


5. शिक्षण और अधिगम के लिए पाठ्यचर्या रणनीतियों की आवश्यकता और प्रभावशीलता पर एक विस्तृत टिप्पणी करें।


6. पाठ्यचर्या अनुकूलन का अर्थ, इसके सिद्धांत और उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा करें।


7. मोंटेसरी पद्धति और किंडरगार्टन पद्धति के माध्यम से पूर्व-प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या अनुकूलन के उदाहरण दीजिए।


8. पाठ्यचर्या अनुकूलन के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए प्राथमिक स्तर पर पाठ्यचर्या में बदलाव कैसे किया जा सकता है, इस पर विस्तृत विवरण दें।


9. पाठ्यचर्या अनुकूलन में शिक्षकों की भूमिका पर चर्चा करें और बताएं कि वे बच्चों की विशेष आवश्यकताओं के आधार पर कैसे अनुकूलन कर सकते हैं।


10. पाठ्यचर्या में श्रवण-बाधित बच्चों की आवश्यकता के अनुरूप अनुकूलन के महत्व पर विस्तार से चर्चा करें।


11. मूल्यांकन की परिभाषा और इसके विभिन्न प्रकारों (फॉर्मेटिव, समेटिव) के महत्व पर विस्तार से चर्चा करें।


12. ज्ञान आधारित और भाषा आधारित मूल्यांकन के बीच अंतर को स्पष्ट करें और बताएं कि श्रवण बाधित बच्चों के लिए इनका क्या प्रभाव होता है।


13. सह-पाठ्य गतिविधियाँ (Co-curricular activities) क्या हैं, और इनका श्रवण-बाधित बच्चों की शिक्षा में क्या महत्व है? इस पर विस्तार से चर्चा करें।


14. मूल्यांकन के कार्यान्वयन में शिक्षकों को किन-किन पहलुओं का ध्यान रखना चाहिए, इस पर विस्तृत विचार करें।


15. शारीरिक शिक्षा, कला-क्राफ्ट, नृत्य एवं संगीत की सह-पाठ्य गतिविधियों के माध्यम से बच्चों के समग्र विकास पर चर्चा करें।


16. मातृभाषा (Motherese) की शिक्षा में भूमिका पर विस्तृत रूप से चर्चा करें और बताएं कि यह श्रवण-बाधित बच्चों की भाषा विकास में कैसे सहायक है।


17. एनईपी 2020 के संदर्भ में भाषा की भूमिका पर विस्तार से चर्चा करें।


18. श्रवण-बाधित बच्चों के लिए बहुभाषिक शिक्षा (Educational Bilingualism) के लाभों पर विस्तृत रूप से चर्चा करें।


19. शास्त्रीय भाषाएँ और विदेशी भाषाओं का अध्ययन श्रवण-बाधित बच्चों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है, इस पर चर्चा करें।


20. समावेशी शिक्षा के संदर्भ में सांकेतिक भाषा (Sign Language) का क्या महत्व है और इसके विकास में किन पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए?



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